बहुजन महापुरुषों के जन्म दिवस, अब बन गये हैं दूसरे जाति, धर्म, शास्त्रों व संगठनों को कोसने व चिढ़ाने के महादिवस...!!
पहले तो साल में बाबासाहेब के नाम पर दो दिन ही होते थे. अब तो हमने कई बहुजन महापुरुषों को ढूंढ निकाले हैं जिनके नाम पर दूसरे जाति धर्म को कोसने, चिढ़ाने व गालियां देने के मानो भरपूर अवसर मिल रहे हैं। अभी सावित्रीबाई का जन्मदिन था।सोशल मीडिया तो भर ही गया था।छोटी छोटी जगहों पर भी लोगों ने इकट्ठा…